शिरडी के साई बाबा के ये 11 वचन जीवन को बदलने के लिए पर्याप्त हैं। अगर कोई भी साथ न दे और आप पूरी तरह से निराश हो चुके हैं तो आज ही पढ़ें साई बाबा के 11 वचन और जानें आखिर क्या राज है इन 11 वचनों में जो साई बाबा के सभी भक्त इनपे अटूट विश्वास और श्रद्धा रखते हैं। साई बाबा के ये 11 वचन इस प्रकार हैं।
1.जो शिरडी में आएगा, आपद दूर भगाएगा
बाबा कहते हैं की जो भी मनुष्य मेरी शिरडी नगरी में आ जाता है उसकी सभी विपदाएं मैं दूर कर देता हूँ। इसलिए किसी भी वजह से निराश न हो बस मेरे पास शिरडी आ जाओ क्यूंकि जो मेरी शरण में आ जाता है मैं उसकी आपदाएं हर लेता हूँ।
चढ़े समाधि की सीढ़ी पर, पैर तले दुख की पीढ़ी पर
बाबा कहते हैं की जो मेरी समाधी की सीढ़ियाँ चढ़ता है मैं उसके सारे दुख ख़त्म कर देता हूँ। बाबा ने जहाँ समाधी ली थी आज वही पर बाबा का भव्य मंदिर स्थापित हैं जिसे हम शिरडी साई मंदिर के नाम से जानते हैं।
त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौड़ा आऊंगा
बाबा कहते हैं भले ही मैं अपने शरीर का त्याग कर रहा हूँ लेकिन मेरी अस्थियां भी ऊर्जा का संचार करेंगी और जब भी मेरा कोई भक्त मुझे आवाज़ देगा मैं उसकी मदद के लिए दौड़ा चला आऊंगा।
मन में रखना दृढ़ विश्वास, करे समाधि पूरी आस
बाबा कहा करते थे की श्रद्धा रख सब्र से काम ले। बाबा का कहना है की अगर मेरा भक्त मेरे प्रति मन में दृढ विश्वास रखे तो उसकी सभी आस मेरी समाधी पर आके पूरी हो जाएगी।
मुझे सदा जीवित ही जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो
साई बाबा कहते हैं की मैं बस शरीर त्याग कर रहा हूँ मुझे हमेशा जीवित समझना मैं अजर अमर हूँ और हमेशा मेरे भक्तों के कार्यों की सिद्धि के लिए आता रहूंगा।
मेरी शरण आ खाली जाए, हो तो कोई मुझे बताए
बाबा कहते हैं कभी भी मेरा कोई भक्त मेरे द्वार से खाली नहीं जाता मैं सबकी मुरादें पूरी करता हूँ। बाबा का कहना है की ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जिसने मन से मुझसे कुछ माँगा हूँ और मैंने उसे निराश किया हो क्यूंकि मैं अपने सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करता हूँ।
जैसा भाव रहा जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मन का
बाबा कहते हैं की जो मुझे जिस रूप में याद करेगा उसे मैं उसी रूप में दर्शन देता हूँ। अर्थात अगर आप साई बाबा को भगवान मानते हैं तो बाबा आपको भगवान रूप में दिखेंगे जबकि किसी अन्य व्यक्ति जो साई बाबा को गुरु मानता है तो उसे साई बाबा गुरु रूप में दिखाई देंगे।
भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन न मेरा झूठा होगा
बाबा कहते हैं की अगर तुम्हे किसी वजह से जीवन भार महसूस हो रहा हो तो तुम अपने जीवन की जिम्मेदारी मुझ पर छोड़ दो। मैं वचन देता हूँ की मैं तुम्हारे जीवन के सभी भार अपने ऊपर ले लूंगा और सदैव तुम्हारी रक्षा करुगा।
आ सहायता लो भरपूर, जो मांगा वो नहीं है दूर
बाबा कहते हैं की तुम्हे जो भी सहायता चाहिए वो मैं देने को तैयार हूँ। तुम मुझसे जो भी मांगना चाहो मांग लो मैं कर संभव तुम्हारी मदद करने को तैयार हूँ क्यूंकि मैं तुम्हारा हूँ और तुम मेरे।
मुझमें लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया
बाबा कहते हैं की जो भक्त मुझमे वचन, मन और शरीर से लीन रहता है मैं सदैव उसका ऋणी रहता हूँ। मैं अपने भक्तों के प्यार का भूखा हूँ और हमेशा भक्तों के अधीन रहता हूँ।
धन्य धन्य व भक्त अनन्य , मेरी शरण तज जिसे न अन्य
साई बाबा का कहना है की धन्य हैं मेरे वो परम भक्त जो अनन्य भाव से मेरी भक्ति में डूबें हुए हैं। ऐसे भक्त मुझे अत्यंत प्रिय हैं और मैं हमेशा उनकी चिंता किया करता हूँ।
ये थे साई बाबा के 11 वचन जो साई बाबा ने कहे थे। आज से आप भी साई बाबा के इन वचनो का पालन करें और देखें किस प्रकार बाबा आपके जीवन में परिवर्तन लाते हैं। अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि सभी साई बाबा के इन 11 वचनों से लाभ प्राप्त कर सकें।
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