Surya Namaskar Mantra: दोस्तों सूर्य नमस्कार मंत्र एक शक्तिशाली योग अभ्यास है जो मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य प्रदान करता है। इसका प्रतिदिन नियमित अभ्यास करने से जीवन में अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। सूर्य नमस्कार करते समय कुल 12 मुद्राएँ का अभ्यास किया जाता है और हर मुद्रा का अपना विशेष मंत्र है। ये 12 मंत्र इस प्रकार हैं।
Surya Namaskar Mantra Lyrics in Hindi
- ॐ मित्राय नमः
- ॐ रवये नमः
- ॐ सूर्याय नमः
- ॐ भानवे नमः
- ॐ खगाय नमः
- ॐ पूष्णे नमः
- ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
- ॐ मरीचये नमः
- ॐ आदित्याय नमः
- ॐ सवित्रे नमः
- ॐ अर्काय नमः
- ॐ भास्कराय नमः
सूर्य नमस्कार का ऐतिहासिक महत्व
सूर्य नमस्कार का प्राचीन भारतीय संस्कृति और योग परंपराओं में विशेष ऐतिहासिक महत्व है। यह माना जाता है कि सूर्य की पूजा और ध्यान करने से सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। सूर्य नमस्कार का वर्णन प्राचीन वेदों और उपनिषदों में भी मिलता है।
योग्य प्रशिक्षक से सीखें सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार मंत्रों का सही उच्चारण करने से इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। उच्चारण के दौरान श्वास-प्रश्वास का सही तालमेल भी होना चाहिए ताकि मंत्रों का पूरा लाभ प्राप्त हो सके। सूर्य नमस्कार करने से पहले किसी योग्य प्रशिक्षक से इसे सीखना अधिक लाभप्रद होता है।
सूर्य नमस्कार मंत्र के फायदे
अगर आप नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास करते हैं तो कुछ ही दिनों में आप अपने शारीरिक फिटनेस में सुधार देख सकते हैं। आप एक बेहतर ऊर्जा स्तर, मांसपेशियों की ताकत में वृद्धि, और मानसिक स्पष्टता का अनुभव करने लगते हैं।
विभिन्न मंत्र और उनके लाभ
जब आप सूर्य नमस्कार के दौरान विभिन्न मंत्रों का उच्चारण करते हैं जैसे कि “ॐ मित्राय नमः”, “ॐ रवये नमः”, आदि तो इससे सूर्य नमस्कार का अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है। प्रत्येक मंत्र का में विशेष शक्तियां हैं और इनसे आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधरने लगता है। सूर्य नमस्कार मंत्र मानव शारीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और व्यक्ति को मानसिक शांति प्रदान करते हैं।
शारीरिक स्वास्थ्य के साथ पायें मानसिक शांति
सूर्य नमस्कार मंत्र शारीरिक स्वास्थ्य लाभ के साथ साथ आपको मानसिक लाभ भी देता है। इसके नियमित अभ्यास से आप अपने अन्दर अधिक साहस, इच्छाशक्ति, संकल्प शक्ति और मानसिक बल का अनुभव करते हैं। चुकी हमारा हम अपने मन में जैसा सोचते हैं वैसा ही बनते हैं इसलिए एक सुखी और समृद्ध जीवन जीने के लिए हमें अच्छी सोच की ज़रुरत पड़ती है। इसीलिए सूर्य नमस्कार मंत्र आपको प्रतिदिन ज़रूर करना चाहिए।
सूर्य नमस्कार मंत्र का विडियो
इस विडियो में हमने सूर्य नमस्कार मन्त्रों का जाप किया है। आप इसकी सहायता से सूर्य नमस्कार मन्त्रों का सही उच्चारण सीख सकते हैं और इसे प्ले करके भी इसके साथ सूर्य नमस्कार योग साधना कर सकते हैं। 10 मिनट के इस विडियो में 12 सूर्य मंत्रो का जाप किया गया है।
सूर्य नमस्कार करने का सही समय
सूर्य नमस्कार करने का सबसे सही समय सूर्योदय के समय है। जब सूर्य उदय हो रहे हो तब इस योग को मंत्रोचारण के साथ करने से इसका विशेष लाभ प्राप्त होता है। क्यूंकि इस समय सूर्य की किरणें आपके शरीर को छूती हैं और आपको इससे विशेष लाभ प्राप्त होते हैं।
सूर्य देव को माना जाता है आँखों का डॉक्टर
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार सूर्य देव को आँखों का डॉक्टर भी माना जाता है। अगर नियमित रूप से सूर्य नमस्कार के अभ्यास के साथ त्राटक किया जाए जिसमे उगते हुए सूर्य को एकटक देखा जाता है तो इससे आपकी आँख से जुडी समस्याएं ख़तम हो सकती हैं।
FAQs
1. सूर्य नमस्कार कितनी बार करना चाहिए?
सूर्य नमस्कार को प्रतिदिन 12 से 24 बार करना लाभप्रद माना जाता है। हालांकि जब आप इसे करना शुरु करते हैं तो पहले कुछ दिनों तक इसे धीरे-धीरे करना चाहिए।
2. क्या सूर्य नमस्कार वजन घटाने में मदद करता है?
हाँ, सूर्य नमस्कार से वजन कम होता है क्योंकि इससे आपके शरीर की कैलोरी जलती है और मेटाबोलिज्म बढ़ता है।
3. क्या सूर्य नमस्कार से नींद बेहतर होती है?
हाँ, सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से अच्छी नींद आती है और अनिद्रा जैसी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।
4. सूर्य नमस्कार का सही समय कौन सा है?
सूर्य नमस्कार करने का सही समय सुबह का होता है, विशेष रूप से जब सूर्योदय हो रहा हो।
5. क्या सूर्य नमस्कार सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए सुरक्षित है?
हाँ, सूर्य नमस्कार सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है, आप अपने शारीरिक क्षमता और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार करें इसे कम या ज्यादा देर कर सकते हैं।