वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ : श्री गणेश मंत्र (Vakratunda Mahakaya in Hindi)

भारतीय सनातन परंपरा में सभी कार्य श्री गणेश का नाम लेकर प्रारम्भ किये जाते हैं। जब भी आप अपने दिन की शुरुवात करें या कोई नया कार्य शुरू करें तो निम्नलिखित गणेश मंत्र का जाप अवश्य कर लें। इससे आपका कार्य निर्विघ्न संपन्न होगा, मंत्र इस प्रकार है।

Vakratunda Mahakaya in Hindi वक्रतुण्ड महाकाय

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र का हिंदी में मतलब

वक्रतुण्ड: मुड़ी हुई घुमावदार सूंड
महाकाय: विशाल काया
सूर्यकोटि: सूर्य के जैसा तेजवान
समप्रभ: सभी प्रकार के गुणों से संपन्न और प्रतिभाशाली
निर्विघ्नं: बिना विघ्न बाधा के
कुरु: पूरा करें
मे: मेरे
देव: भगवान
सर्वकार्येषु: सभी कार्य
सर्वदा: हर समय

हे घुमावदार सूंड वाले, विशाल काय शरीर वाले, सूर्य के जैसे महान प्रतिभावान, मेरे प्रभु, सदैव मेरे सभी कार्य बिना किसी विघ्न के पूरा करें।

Share this article

Leave a Comment