Saraswati Aarti Lyrics in Hindi

सरस्वती माता की आरती Saraswati Aarti Lyrics in Hindi

माँ सरस्वती, जिन्हें विद्या और ज्ञान की देवी माना जाता है, का आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन में ज्ञान, बुद्धि और सृजनात्मकता का संचार होता है। यह आरती समर्पित है माँ सरस्वती को, जो सभी के जीवन से अज्ञान के अंधकार को मिटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाती हैं। जब भी हम विद्या के क्षेत्र में आगे बढ़ने की चाह रखते हैं, तब माँ सरस्वती का स्मरण करना आवश्यक हो जाता है। आइए इस आरती के माध्यम से माँ सरस्वती की कृपा प्राप्त करें।

Saraswati Aarti Lyrics in Hindi

ॐ जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता।
सद्‍गुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता॥

चंद्रवदनि पद्मासिनी,
ध्रुति मंगलकारी।
सोहें शुभ हंस सवारी,
अतुल तेजधारी ॥ जय…..

बाएं कर में वीणा,
दाएं कर में माला।
शीश मुकुट मणी सोहें,
गल मोतियन माला ॥ जय…..

देवी शरण जो आएं,
उनका उद्धार किया।
पैठी मंथरा दासी,
रावण संहार किया ॥ जय…..

विद्या ज्ञान प्रदायिनी,
ज्ञान प्रकाश भरो।
मोह, अज्ञान, तिमिर का
जग से नाश करो ॥ जय…..

धूप, दीप, फल, मेवा
मां स्वीकार करो।
ज्ञानचक्षु दे माता,
जग निस्तार करो ॥ जय…..

मां सरस्वती की आरती
जो कोई जन गावें।
हितकारी, सुखकारी,
ज्ञान भक्ती पावें ॥ जय…..

जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता।
सद्‍गुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता॥ जय…..

माँ सरस्वती की आरती गाने से जीवन में शांति, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है। यह आरती न केवल हमारी आंतरिक चेतना को जागृत करती है, बल्कि हमें अज्ञान के अंधकार से निकालकर सत्य और ज्ञान की राह पर चलने की प्रेरणा देती है। माँ सरस्वती के आशीर्वाद से हमारी बुद्धि प्रखर होती है और हमें हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। इस आरती का नियमित जाप हमें माँ की कृपा का अनुभव कराता है और हमारे जीवन को सार्थक बनाता है।

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