सनातन धर्म में धन, वैभव और समृद्धि को केवल भौतिक सुख नहीं बल्कि साधना का फल माना गया है। जब जीवन में आर्थिक बाधाएँ आती हैं, कर्ज बढ़ता है या मेहनत के बावजूद धन टिकता नहीं, तब शास्त्रों में बताए गए कुबेर अष्टलक्ष्मी मंत्र अत्यंत प्रभावशाली माने जाते हैं।
यह मंत्र माता लक्ष्मी के आठ स्वरूपों (अष्टलक्ष्मी) और धन के देवता कुबेर की संयुक्त कृपा प्राप्त करने का माध्यम है। Bhakti Ocean पर प्रस्तुत यह लेख आपको मंत्र का महत्व, विधि, लाभ और साधना का सही तरीका विस्तार से बताएगा।
🌸 माता लक्ष्मी के आठ स्वरूप – अष्टलक्ष्मी का परिचय
माता लक्ष्मी केवल धन की देवी नहीं हैं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में समृद्धि प्रदान करती हैं। उनके आठ स्वरूपों को अष्टलक्ष्मी कहा जाता है:
- आदि लक्ष्मी – आत्मबल, आध्यात्मिक उन्नति
- धन लक्ष्मी – आर्थिक समृद्धि, धन लाभ
- धान्य लक्ष्मी – अन्न, भोजन और पोषण
- गज लक्ष्मी – राजयोग, प्रतिष्ठा, ऐश्वर्य
- संतान लक्ष्मी – संतान सुख
- वीर लक्ष्मी – साहस, शक्ति, विजय
- विद्या लक्ष्मी – ज्ञान, बुद्धि, शिक्षा
- विजय लक्ष्मी – सफलता और यश
जब इन आठों स्वरूपों की उपासना भगवान कुबेर के साथ की जाती है, तब साधक के जीवन में पूर्ण वैभव आता है।
💰 भगवान कुबेर का महत्व
भगवान कुबेर देवताओं के कोषाध्यक्ष हैं। वे उत्तर दिशा के अधिपति और धन के संरक्षक माने जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार:
- जहाँ लक्ष्मी की कृपा होती है, वहाँ कुबेर धन की रक्षा करते हैं
- कुबेर साधना से धन रुकता है, बढ़ता है और सुरक्षित रहता है
- यह मंत्र विशेष रूप से व्यापार, नौकरी, निवेश और कर्ज मुक्ति के लिए फलदायी है
🔔 Kuber Ashtalakshmi Mantra Lyrics (शुद्ध पाठ)
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्री कुबेराय
अष्टलक्ष्मी मम गृहे
धनं पुरय पुरय नमः॥
🎶 Bhakti Ocean का Lakshmi Kuber Mantra (5 Million+ Views)
✨ Bhakti Ocean पर यह मंत्र लाखों श्रद्धालुओं द्वारा सुना और साधना में उपयोग किया जा चुका है।
📿 कुबेर अष्टलक्ष्मी मंत्र जप विधि
यदि आप इस मंत्र से तेज़ और स्थायी फल चाहते हैं, तो नीचे दी गई विधि का पालन करें:
🕯️ जप का सही समय
- प्रातः ब्रह्म मुहूर्त (4:30 – 6:00 AM)
- या शुक्रवार / गुरुवार / दीपावली, धनतेरस
🧘♂️ आसन और दिशा
- पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें
- लाल या पीले वस्त्र धारण करें
🌼 पूजन सामग्री
- माता लक्ष्मी और कुबेर की तस्वीर
- घी का दीपक
- कमल या लाल गुलाब
- अक्षत, हल्दी, केसर
- श्रीफल (नारियल)
🔢 जप संख्या
- 108 बार प्रतिदिन
- 11, 21 या 40 दिन का अनुष्ठान सर्वोत्तम
🌟 कुबेर अष्टलक्ष्मी मंत्र के चमत्कारी लाभ
नियमित जप से साधक को निम्न लाभ प्राप्त होते हैं:
✅ धन आगमन के नए स्रोत खुलते हैं
✅ रुका हुआ पैसा वापस मिलने लगता है
✅ व्यापार में वृद्धि और स्थिरता आती है
✅ नौकरी में प्रमोशन और आय वृद्धि
✅ कर्ज, आर्थिक तनाव और भय से मुक्ति
✅ घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा
✅ लक्ष्मी का स्थायी वास
🏠 घर में लक्ष्मी-कुबेर कृपा बनाए रखने के उपाय
- घर को साफ-सुथरा रखें
- उत्तर दिशा को अव्यवस्थित न रखें
- तिजोरी या धन स्थान उत्तर दिशा में रखें
- प्रतिदिन दीपक जलाएँ
- धन का अपमान न करें
❗ कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ
⚠️ मंत्र जप करते समय मन शांत रखें
⚠️ नकारात्मक सोच और क्रोध से बचें
⚠️ जप अधूरा न छोड़ें
⚠️ दिखावे के लिए नहीं, श्रद्धा से साधना करें
🙏 कुबेर अष्टलक्ष्मी मंत्र – श्रद्धा से ही सिद्ध होता है
याद रखें, मंत्र कोई जादू नहीं बल्कि आस्था और अनुशासन की साधना है। जब आप विश्वास, संयम और नियमितता के साथ इस मंत्र का जप करते हैं, तब माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की कृपा स्वतः आपके जीवन में प्रवाहित होने लगती है।
Bhakti Ocean का यह मंत्र वीडियो इसी भाव से निर्मित है – ताकि हर भक्त अपने जीवन में समृद्धि, शांति और संतुलन ला सके।
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